एक्सटेंशन मिला, लेकिन 4 वर्ष में दो हाइवे 64 किमी भी नहीं बना पाए, जगह-जगह गड्ढे और धूल से हादसे में 2 माह में 6 की मौत https://ift.tt/3l6NTPh
सरगुजा जिले में आवागमन सुगम बनाने व लोगों की सहूलियत देने एनएच 130 अंबिकापुर-बिलासपुर व एनएच 43 अंबिकापुर-पत्थलगांव में निर्माण तो शुरू हुआ। काम पूरा करने एक्सटेंशन भी मिला लेकिन धीमी रफ्तार ऐसी की तीन से चार साल बाद भी दोनों सड़कों में 64 किमी का काम अभी तक अधूरा है।
अंबिकापुर-बिलासपुर में 52 किमी सड़क बननी है और तीन साल में सिर्फ 40 किमी तैयार कर पाए। अंबिकापुर-पत्थलगांव की स्थिति तो और भी खराब है। चार वर्षों में 95 किमी में से सिर्फ 45 किमी ही सड़क बना पाए हैं। धीमी रफ्तार अब लोगों के लिए मुसीबत बन रही है। उड़ती धूल व जगह-जगह बने गड्ढे के कारण हो रहे हादसे में लोगों की जानें जा रही है। सिर्फ दो महीने में छह लोगों की मौत सड़क हादसे में हो चुकी है। इससे लोगों में नाराजगी बढ़ रही है। भास्कर ने इन सब चीजों को लेकर सड़क के निर्माण पूरा होने व अधूरी सड़क पर मेंटेनेंस को लेकर पड़ताल की तो स्थिति चिंताजनक नजर आई। अब लखनपुर के लोग आंदोलन के मूड में है।
निर्माणाधीन सड़क में ये उपाय किए जाने का मापदंड
1. ट्रैफिक बाधित न हो इसके लिए सड़क का डायवर्सन बनाएं।
2. धूल से राहत के लिए पानी का छिड़काव पर्याप्त मात्रा में हो।
3. डेंजर एरिया में बैरिकेडिंग काशन टेप लगाए जाने चाहिए ताकि दूर से नजर आए।
4. निर्माणाधीन सड़क में कासन बोर्ड पर जमे धूप की सफाई होती रहनी चाहिए।
5. रिफ्लेक्टोराइज से बने काशन बोर्ड लगाना चाहिए।
6. पुरानी सड़क में नए गड्ढे नहीं बनने चाहिए।
व्यापारियों की चेतावनी के बाद भी काम शुरू नहीं हुआ
रजपुरी से अंधला मोड़ तक की सड़क की खराब हालत को लेकर लखनपुर के व्यवसायियों ने एक महीने पहले एसडीएम को ज्ञापन देकर सड़क का काम जल्द पूरा कराने की मांग की थी। तब महीनेभर में शहर में काम पूरा कराने आश्वासन दिया था, लेकिन काम शुरू ही नहीं हुआ।
- 95 किमी लंबी है अंबिकापुर-पत्थलगांव एनएच
- 45 किमी सड़क का चार साल में हो सका निर्माण
- 435 करोड़ से इस सड़क का होना है निर्माण
- 52 किमी है अंबिकापुर-बिलासपुर एनएच
- 40 किमी सड़क का तीन साल में हो सका है निर्माण
- 223 करोड़ से होना है इस सड़क का निर्माण
धूल व गढ्ढे से अलग-अलग हादसे में कई लोगों की गई जान
1. अंबिकापुर-पत्थलगांव रोड
कुछ महीने के भीतर ही बतौली शांतिपारा के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार युवक की मौत हो गई। इसी सड़क में कुनकुरी, सिलसिला व रघुनाथपुर के पास गड्ढे में अनियंत्रित होने व दूसरे वाहनों की चपेट में आने से एक-एक बाइक सवार की जान चली गई है। ये सभी हादसे बीते दो महीने के भीतर हुए हैं। यह स्थिति तब है जब कोरोना के बीच सड़कों पर आवाजाही कम है।
2. अंबिकापुर-बिलासपुर रोड
26 जनवरी को केवरा गांधी चौक के पास बस की टक्कर से स्कूटी सवार एक छात्रा व दो छात्रों की मौत हो गई थी। जनवरी में ही लोधिमा के पास बस की टक्कर से बाइक सवार युवक की मौत हो गई थी। इसी प्रकार उदयपुर के आगे निर्माणाधीन पुलिया में गिरकर बाइक सवार युवकों को पिछले साल मौत हो गई थी। साड़बार से आगे ट्रक की चपेट में आकर बाइक सवार पुलिसकर्मी की जान चली गई थी।
दोनों सड़कों में यहां काम है अभी अधूरा
1. अंबिकापुर-बिलासपुर
लहपटरा नाले के पास निर्माणाधीन पुलिया से एक किमी व सिंगीटाना के पास 1 किमी सड़क अधूरी है। इसी प्रकार रजपुरी से अंधला मोड़ तक 8 किमी, नवापारा से जजगा से 3 किमी, अलकापुरी के पास 1 किमी सड़क अधूरी है।
2. अंबिकापुर-पत्थलगांव
सुखरापारा से बंदरचुआ होते हुए पत्थलगांव तक 20 किमी सड़क नहीं बनी है। इसी प्रकार अंबिकापुर से रघुनाथपुर तक सड़क अधूरी है। इसके अलावा बीच-बीच में छोटे-छोटे पैच कई जगह अधूरे है। इसके कारण सड़क जगह-जगह उखड़ी हुई है।
सीधी बात: बीके पटोरिया, कार्यपालन यंत्री, एनएच
सवाल - अंबिकापुर-पत्थलगांव व अंबिकापुर बिलासपुर एनएच का काम एक्सटेंशन के बाद भी क्यों नहीं पूरा हुआ?
-अंबिकापुर-पत्थलगांव एनएच का इश्यू सभी को पता है। इस बीच कोरोना संक्रमण से पूरा काम प्रभावित हुआ। अब फिर से शुरू हुआ है। कोशिश कर रहे जल्द पूरा कर लिया जाए।
सवाल - एक्सटेंशन तो इसलिए मिला कि काम पूरा हो जाए फिर लापरवाही क्यों बरती जा रही है?
-आप का कहना सही है। ठेकेदार को काम पूरा करने कहा गया है।
सवाल - काम में देरी के साथ-साथ पुरानी सड़क को मेंटेन नहीं किया जाता जिससे हादसे हो रहे हैं। इसको लेकर आप क्या कर रहे है?
-निर्माण पूरा होने तक पुरानी सड़क ठीक रखने के लिए ठेकेदार को कहा गया है। इसमें लापरवाही बरतने पर हम ठेकेदार पर समय-समय पर कार्रवाई करते हैं।
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