Breaking News

सिविल अस्पताल में सीवरेज का पानी साफ करने के लिए जल्द लगेगा ट्रीटमेंट प्लांट, पेड़-पौधों की सिंचाई में हो सकेगा इस्तेमाल https://ift.tt/2SV7pTj

सूबे के सबसे बड़े सिविल अस्पताल लुधियाना में आने वाले दिनों में सीवरेज का गंदा पानी साफ करके उसे पेड़-पौधों की सिंचाई में इस्तेमाल किया जाएगा। इसी मकसद से ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का ठेका एक प्राइवेट कंपनी को दिया गया है। कंपनी से प्लांट छह महीने में प्लांट का काम पूरा करने का करार हुआ है। हालांकि कंपनी इस प्रोजेक्ट को तीन महीने में ही पूरा करने का टारगेट लेकर चल रही है। जानकारी के मुताबिक पांच साल तक इस ट्रीटमेंट प्लांट को चलाने, रखरखाव करने व इसमें इस्तेमाल होने वाले कैमिकल के लिए एक करोड़ रुपए में ठेका दिया गया है।

इस प्लांट के शुरू होने से अस्पताल के सीवरेज के जरिए बहने वाला हजारों लीटर पानी बचाया जाएगा। प्लांट की कैपेसिटी 125 केएलडी है और इसे लगाने की तैयारियां हो चुकी हैं। आने वाले कुछ दिनों में इसका कंस्ट्रक्शन वर्क शुरू हो जाएगा। पीडब्ल्यूडी के एसडीओ गुरपिंदर संधू ने बताया कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को लगाने को प्राइवेट कंपनी को ठेका दिया है। कंपनी ने इसे छह महीने में शुरू करने की बात कही है। प्लांट से सीवरेज का पानी दोबारा इस्तेमाल में लाकर इसे अस्पताल के पार्क में इस्तेमाल करेंगे। वहीं आग बुझाने के लिए इसी पानी को स्टॉक किया जाएगा।

जिले के 4 अस्पतालों में लग चुका ऐसा प्लांट, यहां मोर्चरी के पीछे 100 गज के दायरे में लगेगा

अस्पताल कैंपस में सीवरेज की मेन लाइन मोर्चरी के पास से निकलती है। इसलिए प्लांट लगाने को यही जगह चुनी गई है। यहां से ही सिविल अस्पताल के वॉर्ड, क्वार्टरों, ब्लड-बैंक समेत पूरे अस्पताल का गंदा पानी सीवरेज के रास्ते बाहर निकलता है, जो अमरपुरा वाली साइड की मेनलाइन के साथ कनेक्ट है। प्लांट लगाने पर जो गंदा पानी साफ होगा, उसको अलग पाइप के जरिए पार्क और बाकी कैंपस में लगे पेड़-पौधों की सिंचाई में उपयोग किया जाएगा। जबकि बाकी वेस्ट पानी सीवरेज लाइन में डलेगा। यह प्लांट करीब 100 गज के दायरे में लगना है। गौर हो कि इसके पहले 4 अन्य सरकारी अस्पतालों समराला, खन्ना, जगराओं और रायकोट में ऐसे ट्रीटमेंट प्लांट लग चुके हैं। इनकी कैपेसिटी 50 केएलडी है। इन अस्पतालों में इस प्लांट के फायदे देख अब बड़ा ट्रीटमेंट प्लांट यहां लगाया जा रहा है।

फायदा - कैंपस में घटेगा संक्रमण का खतरा

अस्पताल में सीवरेज के ब्लॉकेज की दिक्कत लंबे समय से बनी है। इस समस्या का समाधान अभी तक नहीं निकल सका है। ट्रीटमेंट प्लांट लगने पर अस्पताल की सीवरेज लाइन साफ रहा करेगी। ऐसे में सीवरेज जाम की समस्या का हल निकलेगा। अस्पताल के वार्ड में टॉयलेट की पाइप लाइन भी ब्लॉक नही होंगी। वहीं, सीवरेज का गंदा पानी भी जमा न होने से अस्पताल कैंपस में ही इंफेक्शन का खतरा टलेगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Treatment plant will soon be used to clean sewerage water in civil hospital, can be used for irrigation of trees and plants


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3k4hRDU

No comments