पटरियां पहुंची, बड़ी रेललाइन के काम की रफ्तार तेज, ओवरब्रिज के लिए टेस्टिंग शुरू https://ift.tt/3loGXx0
धमतरी से केंद्री और अभनपुर-राजिम तक 67.20 किमी तक ब्रॉड गेज रेललाइन बिछाई जानी है। इसका काम धीरे-धीरे गति पकड़ रहा है। ब्रॉड ग्रेज के लिए स्लीपर और पटरियों की खेप जगह-जगह आ गई है। कुछ स्थानों पर प्रायोगिक तौर इन्हें बिछाया गया है। धमतरी से केंद्री के बीच 3 ओवरब्रिज बनाए जाने हैं। इनका काम शुरू हाे गया है। धमतरी से करीब 10 किमी दूर संबलपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास ओवरब्रिज बनना है।
उत्तरप्रदेश के गोरखपुर की कंपनी ने मशीन से पिलर खड़े करने के लिए खुदाई का काम शुरू कर दिया है। ओवरब्रिज के लिए कुल 60 पिलर बनाए जाएंगे, इसके पहले यहां पहले टेस्टिंग होगी। यहां काम कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि अभी 4 पिलर बनाकर छाेड़ दिए जाएंगे। टेस्टिंग होगी। रिपोर्ट सही मिलने के बाद अन्य पिलर बनाए जाएंगे। अभनपुर व केंद्री में टेस्टिंग के लिए ओवरब्रिज के पिलर बनाए जा चुके हैं। डेढ़ महीने बाद रेलवे के अफसर जांच करेंगे। इस परियोजना की लागत साल 2018 में दी गई जानकारी के मुताबिक 544 करोड़ रुपए है।
छोटी पटरी उखाड़ने का काम चल रहा
बड़ी रेल लाइन का शिलान्यास 2 साल पहले 6 अक्टूबर 2018 को रेल मंत्री पीयूष गोयल और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने किया था। काम को बुलेट ट्रेन की तरह कर 2022 में बनाने का लक्ष्य केंद्रीय मंत्री ने रखा था, लेकिन अभी छोटी पटरी उखाड़ने का काम तक पूरा नहीं हुआ है।
कनेक्टिविटी के साथ व्यापार भी बढ़ेगा
धमतरी जिला राइसमिल और कृषि प्रधान जिला है। बड़ी लाइन पर ट्रेनों से माल ढुलाई भी होगी। कम दूरी से माल भाड़ा भी कम लगेगा। ट्रेनों की गति करीब 120 किमी/घंटे होगी। कनेक्टिविटी बढ़ेगी। धमतरी और राजिम के छोटे किसान अपनी सब्जियों को रायपुर मंडी आसानी से पहुंचा सकेंगे।
बड़ी रेललाइन शुरू होने से होंगे ये फायदे
- धमतरी से केंद्री व अभनपुर से राजिम तक बड़ी लाइन होने से करीब 25 लाख की आबादी को लाभ मिलेगा।
- एक-दूसरे क्षेत्र की कनेक्विटी बढ़ने से धमतरी और राजिम के छोटे किसान अपनी सब्जियों को रायपुर मंडी आसानी से पहुंचा सकेंगे।
- सड़क पर 60 प्रतिशत यातायात का दबाव कम होगा। साथ ही लोगों को घर तक जाने समय और पैसे कम लगेंगे।
- राजिम धार्मिक स्थल पर पुन्नी मेले का आयोजन होता है, जहां लाखों श्रद्धालु जाते हैं, बड़ी रेल शुरू हो जाने से लोगों को वहां आने-जाने में आसानी होगी।
ब्रिटिशकाल में बनी थी छोटी रेललाइन: ब्रिटिशकाल में सन 1871 में रायपुर से नागपुर जाने के लिए इस रेलवे मार्ग की योजना बनी थी। 10 सितंबर सन 1900 में छोटी रेलवे लाइन का निर्माण हुआ था। धमतरी एवं अभनपुर-राजिम नैरोगेज (छोटी रेललाइन) से यात्री परिवहन के साथ हल्के माल की ढुलाई होती थी।
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