गोलबाजार और चिकनी मंदिर सड़क पर हर घड़ी जाम, रोड घेरकर सजा दी दुकानें https://ift.tt/3enDtZN
दिवाली के पहले ही गोलबाजार और चिकनी मंदिर से एवरग्रीन चौक के बीच की सड़क ठसाठस हो गई है। दोपहर 12 बजे के बाद से ही इन सड़कों से गुजरना मुश्किल हो रहा है। 60 से 70 फुट चौड़ी इन सड़कों पर जाम लगने की सबसे प्रमुख वजह रोड पर पसरा बाजार है। इन सड़कों पर ज्यादातर दुकानदारों ने 10-10 फुट तक सड़क घेरकर दुकान का सामान फैला दिया है। सड़क पर दुकानें सजने के कारण रोड की चौड़ाई कम हो गई और जाम लग रहा है।
वाहनों की एंट्री पर भी किसी तरह की रोकटोक नहीं है। खरीदारी के लिए लोग चार चक्के वाली गाड़ियों में आते हैं। इनमें कई लोग तो रोड पर ही गाड़ियां रोककर खरीदी करने लगते हैं। एक गाड़ी के खड़े होने से ट्रैफिक जाम हो जाता है। मालवीय रोड पर गोलबाजार थाने के बाजू से जाने वाली सड़क से गोलबाजार की ओर एंट्री होती है। गोलबाजार में दुकानें लगाने काेई सिस्टम और मापदंड नहीं है। करीब 30 फीट की इस सड़क में दुकानदार 8 से 10 फीट तक सामान बाहर रखते हैं। इसके बाद सड़क पर ही फल, सब्जी की दुकानें लग जाती हैं और ठेले खड़े हो जाते हैं। इस वजह से यह सड़क पैदल चलने वालों के लिए 10 फीट भी नहीं बचती। इसी संकरी सड़क पर लोग दोपहिया वाहन भी ले जाते हैं। इस वजह से यह पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। गोलबाजार से ही लगा बंजारी चौक और रहमानिया चौक का भी बाजार है। शारदा चौक की इन बायपास सड़कों से भी गाड़ियां इन्हीं सड़कों पर आती है। इस वजह से दिक्कत और बढ़ जाती है। शहर के इस प्रमुख बाजार का ट्रैफिक सुधारने के लिए आज तक कोई ठोस प्लान नहीं बनाया गया। यही वजह कि दिवाली में यह परेशानी कई गुना बढ़ जाती है।
एवरग्रीन चौक पर दुकानदारों की मनमानी
चिकनी मंदिर से एवरग्रीन चौक तक की सड़क पर दुकानदारों की मनमानी चलती है। यहां सभी दुकानदार अपना सामान सड़क पर फैलाकर रखते हैं। किसी भी दुकान में बेसमेंट या अंडरग्राउंड पार्किंग नहीं है। इस वजह से इन दुकानों में जाने वाले ग्राहकों की गाड़ियां भी सड़कों पर खड़ी करते हैं। इसी सड़क पर ठेले लगते हैं। इसके बाद सड़क 10 फीट की भी नहीं बचती। इस सड़क पर दिवाली की प्रमुख खरीदारी होती है। इस वजह से यहां लोगों का दबाव और बढ़ जाता है। आम दिनों में इस सड़क पर 50 हजार से ज्यादा गाड़ियां गुजरती हैं जो दिवाली में 80 हजार से ज्यादा हो जाती हैं। इस वजह से त्योहार के समय यह हर मिनट जाम लगता है। रसूखदार कारोबारियों की वजह से यह निगम और ट्रैफिक विभाग का अमला कार्रवाई भी नहीं करता है।
व्यापारिक एसोसिएशन ने कहा- ऐसा काम हो
- चारों बाजारों में आधा दर्जन सड़कों की चौड़ाई बढ़ाना चाहिए।
- थोक बाजारों को पूरी तरह से शहर के बाहर शिफ्ट किया जाए।
- इन सड़कों पर रिक्शे, ठेले, छोटे मालवाहकों की इंट्री बैन हो।
- दुकानों के बाहर सामान निकालने वाले कारोबारियों पर कार्रवाई।
- हर दुकान के बाहर पीली लाइन खींचे, बाहर निकले तो जुर्माना।
- मालवीय रोड को वन-वे कर देना चाहिए, इससे दबाव घटेगा
- गोलबाजार, एवरग्रीन चौक को नो व्हीकल जोन बनाना चाहिए।
- जवाहर बाजार पार्किंग का उपयोग सभी करें, इस पर सख्ती हो।
"प्रशासन के साथ मिलकर व्यवस्था बनाई जा रही है। कारोबारियों से भी कहा गया है कि वो अपना सामान दुकानों के बाहर न निकालें। दिवाली के पहले ठोस उपाय जरूरी हैं, इससे ही लोगों को राहत मिलेगी।"
-जितेंद्र बरलोटा, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ चैंबर
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