प्रभु पार्श्वनाथ के साथ निकली अभिमंत्रित कलशों की शोभायात्रा, जहां से गुजरे, पाटा रखकर बधाया गया https://ift.tt/38eKPxV
राजधानी में सजे 24वें नवकार दरबार के समापन पर रविवार को विवेकानंद नगर के ज्ञान वल्लभ उपाश्रय से शोभायात्रा निकाली गई। आगे धर्म पताकाएं और बग्घी पर सवार प्रभु पार्श्वनाथ थे। साथ चल रहीं थीं सिर पर अभिमंत्रित कलश रखीं महिलाएं। साध्वी मंडल समेत पूरा समाज भी इस दौरान मौजूद था। शोभायात्रा जहां जहां से गुजरी, पाटा रखकर प्रभु को बधाया (स्वागत) गया। इस दौरान जिन शासन के जयकारे गूंजते रहे।
दरअसल, ज्ञान वल्लभ उपाश्रय में साध्वी मनोरंजना की निश्रा में अगस्त माह से नवकार दरबार सजा था। इसमें प्रभु पार्श्वनाथ और कलश की स्थापना की गई थी। समापन पर इन्हीं की शोभायात्रा निकाली गई जो वापस उपाश्रय पहुंचकर धर्मसभा में तब्दील हो गई। यहां 68 दिवसीय अनुष्ठानों में हिस्सा लेने वालों को लक्की ड्रॉ निकालकर सम्मानित किया गया। बंपर ड्रॉ में सोने की अंगूठी दी गई। कार्यक्रम के दौरान लोगों में जितना उत्साह और उल्लास दिखा, कोरोना से बचाव के लिए उतनी ही सतर्कता भी दिखी। कोविड 19 से बचाव के लिए जरूरी सभी उपायों को अपनाते हुए समापन समारोह संपन्न कराया गया।
18 नवंबर से होगा भक्तांबर सम्पुट अभिषेक : चातुर्मास समिति के महासचिव सुरेश बरड़िया ने बताया कि दीपावली के मौके पर उपाश्रय में 15 नवंबर को लक्ष्मी महापूजन किया जाएगा। 18 नवंबर से उपाश्रय में भक्तांबर सम्पुट अभिषेक शुरु होगा।
दादाबाड़ी - 22 दिन से चल रहा मौन व्रत, विदेश से भी जुड़ रहे हैं लोग
एमजी रोड स्थित जैन दादाबाड़ी में विश्व शांति के लिए साध्वी सम्यकदर्शना की निश्रा में मौन व्रत अनुष्ठान किया जा रहा है। 27 दिवसीय इस अनुष्ठान में 1.80 लाख दादा गुरुदेव इकतीसा पाठ करने का लक्ष्य रखा गया है। रविवार को इसका 22वां दिन था और अब तक 1.30 लाख इकतीसा पाठ किया जा चुका है। पंकज कांकरिया, जिनेश गोलछा और तरुण कोचर ने बताया कि विदेशों में रहने वाले समाज के लोग भी विश्व शांति के निमित्त इस अनुष्ठान से जुड़कर नियमित मौत व्रत रख रहे हैं। इसका तीन दिवसीय समापन समारोह 7 नवंबर से शुरू होगा। पहले दिन 108 सामूहिक इकतीसा जाप होगा। दूसरे दिन दादा गुरूदेव की बड़ी पूजा होगी।
भैरव सोसाइटी - साधकों ने 68 दिन में किया गया 10 करोड़ नवकार जाप
विश्व शांति की कामना से भैरव सोसाइटी स्थित नाकोड़ा जैन भवन में भी नवकार जाप किया गया। 68 दिन में यहां साधकों ने 10 करोड़ से ज्यादा नवकार मंत्र का जाप किया है। चातुर्मास समिति के अध्यक्ष राजेश सिंघी और पारस बरड़िया ने बताया कि अनुष्ठान से प्रेरणा लेकर देश-विदेश में हजारों भक्तों ने अपने घर भी महामंत्र का जाप किया। इस तरह 10 करोड़ महामंत्र जाप होने का अनुमान है। यह अनुष्ठान साध्वी चंदनबाला के आह्वान पर कोरोना नियमों का पालन करते हुए संपन्न कराया गया। 3 नवंबर को साध्वी चिन्मया के वर्धमान तप की 25वीं ओली का पारणा हस्तिमल कौशल्याबाई बरलोटा परिवार के आवास पर कराया जाएगा।
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