शाम 7 के बाद भीड़ खत्म, बाजारों में दोपहर 12 से सूर्यास्त तक ही रौनक https://ift.tt/2TMFPYD
सालभर का त्योहार करीब है, पिछले छह महीने से बाजार लगभग ठप रहने की वजह से दुकानदारों को उम्मीद है तो कोरोना संक्रमण में कमी से लोगों का डर भी कम हुआ है। लेकिन लगभग हर बाजार में कारोबारियों का कहना है कि मार्च से अब तक लोगों के खरीदी के सिस्टम में ऐसा बदलाव आया है कि सूर्यास्त के बाद बाजार में भीड़ कम हो रही है।
शाम 7 बजे के बाद इक्का-दुक्का ग्राहक बचते हैं और 8 बजे तक वह भी गायब। पिछले एक हफ्ते से रात 11 बजे तक दुकानें खोलने वाले व्यापारियों के मुताबिक शाम 7 बजे के बाद ग्राहकी इतनी तेजी से कम होती है कि देर तक दुकानें खोलने का औचित्य ही नहीं रहता। बाजार का पूरा प्रेशर दोपहर 12 बजे शुरू शुरू होकर 7 बजे खत्म हो रहा है। इस वजह से इस सीजन में भी मालवीय रोड जैसे बाजार की दुकानें रात 9 बजे के बाद बंद होने लगी हैं। राजधानी में रात की खरीदारी का ट्रेंड बदला नजर आ रहा है।
दिवाली के करीब आने तक बदलेगा बाजार का व्यवहार
व्यापारिक संगठनों को भरोसा है कि अभी दिवाली में बाजारों में रात 8 बजे के बाद रौनक बढ़ सकती है। धनतेरस के पहले लोग खरीदारी के लिए घरों से निकल सकते हैं। अभी लोग जल्दी खरीदी कर घर वापस जाने पर भरोसा कर रहे हैं। हालांकि ठंड में कोरोना के बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। इसलिए कारोबारियों का मानना है कि त्योहारी सीजन में भी ज्यादातर लोग दिन में ही खरीददारी करेंगे। त्योहार के बाद अगर कोरोना केस बढ़े, तो शाम के बाद बाजारों में सूनापन बढ़ सकता है।
कोरोना संक्रमण की वजह से लोगों ने डाली आदत
पिछले साल तक दशहरा के ठीक बाद से बाजारों में देर रात तक रौनक रहती थी। इस बार लॉकडाउन के बाद बाजार खुले तो अधिकांशतया शाम 7 बजे तक का समय रहा। यही नहीं, लोगों ने भी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शाॅपिंग शाम 7 बजे से पहले ही खत्म करने की आदत डाल ली। कोरोना संक्रमण कम होने के बाद भी यह आदत बरकरार है। शहर के प्रमुख बाजार जैसे मालवीय रोड, गोलबाजार, पंडरी, एमजी रोड, सदरबाजार, शारदा चौक और फाफाडीह में दिन में भारी भीड़ उमड़ रही है, लेकिन शाम 7 बजे के बाद भीड़ कम रही है।
ट्रेंड बदल गया : चैंबर
"अभी बाजारों में खरीदारी का ट्रेंड बदला नजर आ रहा है। लोग देर रात तक बाजार में रहने के बाद हद से हद रात 8 बजे तक खरीदी पूरी करके लौट रहे हैं। हालांकि इससे खरीदारी प्रभावित नहीं हो रही है।"
-जितेंद्र बरलोटा, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ चैंबर
ऐसा भीड़ से बचने : कैट
"अब तक दिवाली के सीजन में रात में खरीदारी ज्यादा होती है। तब बाजार में भीड़ भी तभी बढ़ती थी, जब सीजन करीब आता था। इस बार लोग भीड़ से बच रहे हैं। रात में भी निकलना नहीं चाह रहे हैं।"
-अमर पारवानी, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ कैट
लेट नाइट शाॅपिंग कम
"पहले दोपहर में कम और रात में खरीदारी ज्यादा होती थी। अब लोग सुबह से शाम तक ही बाजार जाना पसंद कर रहे हैं। इसीलिए दिन में भीड़ ज्यादा रहने लगी है। लेट नाइट शाॅपिंग से लोग बच रहे हैं।"
-राजेश वासवानी, अध्यक्ष मोबाइल एसोसिएशन
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